तुम इनकी नजर से देखोगे, सोचोगे और अपने को बड़ा कवि, लेखक महसूस करने लग जाओगे ! तुम इनकी नजर से देखोगे, सोचोगे और अपने को बड़ा कवि, लेखक महसूस करने लग जाओगे !
हे वाकपटु! हे मौनव्रती, ! हे प्रखर राष्ट्रवादी नायक! युग युग तक होगा ऋणी राष्ट्र , हे वाकपटु! हे मौनव्रती, ! हे प्रखर राष्ट्रवादी नायक! युग युग तक होगा ऋणी राष...